NBFC sector.भारत में stock market (शेयर बाजार) का प्रदर्शन सितंबर 2024 में काफी हद तक स्थिर रहा, लेकिन कुछ बड़े नामों में हलचल देखी गई। Sensex ने 0.45% की बढ़त के साथ 84,928 के स्तर को छुआ, जबकि NIFTY 50 में भी हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
निवेशक लगातार बाजार में उतार-चढ़ाव से जूझ रहे हैं, लेकिन कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। Adani Enterprises और Reliance Industries जैसी कंपनियों के शेयरों ने सकारात्मक रुख दिखाया, वहीं Axis Bank और Infosys जैसी कंपनियों में हल्की गिरावट दर्ज की गई।
NBFC sector|भारतीय शेयर बाजार: सितंबर 2024 में बाजार की ताजा स्थिति
Reliance Power का शेयर जारी करने का निर्णय
Reliance Power ने अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में ₹1,524.60 करोड़ की रकम जुटाने की घोषणा की है। इस रकम का उपयोग कंपनी के विस्तार और निवेश के लिए किया जाएगा। इसके लिए equity shares और warrants के माध्यम से धनराशि जुटाई जाएगी, जिसकी कीमत ₹33 प्रति शेयर तय की गई है। यह खबर निवेशकों के लिए सकारात्मक मानी जा रही है क्योंकि इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
विदेशी मुद्रा दरों में बदलाव
भारतीय rupee (रुपया) के मुकाबले विदेशी मुद्राओं में भी हलचल देखी गई। US Dollar की कीमत 83.54 रुपये रही, जो पिछले दिन के मुकाबले थोड़ी कम थी। वहीं, Euro और British Pound में भी कुछ बदलाव आए। डॉलर की तुलना में Chinese Yuan और Japanese Yen ने भी हल्की बढ़त दिखाई।
F&O ट्रेडर्स का नुकसान: SEBI की रिपोर्ट
Securities and Exchange Board of India (SEBI) की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वित्तीय वर्षों (FY22-FY24) में एक करोड़ से अधिक futures and options traders (F&O ट्रेडर्स) ने लगभग ₹1.81 लाख करोड़ का नुकसान किया है। खासतौर से 2024 में यह नुकसान ₹75,000 करोड़ तक पहुंच गया। रिपोर्ट में पाया गया कि 91% से अधिक ट्रेडर्स को वित्तीय वर्ष 2024 में घाटा हुआ।
Proprietary traders और foreign portfolio investors (FPIs) ने हालांकि बाजार में अच्छे लाभ कमाए। FY24 में प्रॉप ट्रेडर्स ने ₹33,000 करोड़ का लाभ कमाया जबकि FPI ने ₹28,000 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया। खासकर algo trading (एल्गोरिदम आधारित ट्रेडिंग) के माध्यम से ये फायदे हुए।
MyTVS का MaaS प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च
ऑटोमोटिव क्षेत्र की अग्रणी कंपनी MyTVS ने अपने Mobility-as-a-Service (MaaS) प्लेटफार्म का अनावरण किया है। यह प्लेटफार्म इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए fleet management जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इसके अलावा कंपनी ने EV-आधारित logistics company MoEVing के साथ साझेदारी की है। यह MaaS प्लेटफार्म real-time fleet tracking, leasing services, और telematics जैसी सेवाएं प्रदान करेगा। यह कदम भारतीय EV क्षेत्र में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां last-mile delivery services में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।
भारतीय निजी क्षेत्र में व्यापार गतिविधियों की गति धीमी
सितंबर 2024 में भारतीय निजी क्षेत्र की व्यापार गतिविधियों में अपेक्षाकृत धीमी वृद्धि देखी गई। HSBC Flash India Composite PMI Output Index के अनुसार, इस महीने का इंडेक्स 59.3 पर रहा, जो पिछले महीने के 60.7 से कम है। इस रिपोर्ट के अनुसार, नए ऑर्डर और निर्यात सौदों में मामूली वृद्धि हुई।
NBFC क्षेत्र में सुधार
भारत के non-banking financial companies (NBFC) क्षेत्र में सुधार देखने को मिल रहा है। Reserve Bank of India (RBI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, NBFC क्षेत्र ने scale-based regulations (SBR) के तहत अपने asset quality और funding base को बेहतर किया है। दिसंबर 2023 के अंत तक, NBFCs ने credit growth में दोहरे अंकों की वृद्धि हासिल की है और उनका gross NPA ratio भी घटकर 4.4% के आसपास आ गया है।
प्रमुख कंपनियों के शेयरों में हलचल
Adani Enterprises और Apollo Hospitals जैसी कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई। Adani Enterprises का शेयर 35.45 अंकों की बढ़ोतरी के साथ ₹3043.95 पर बंद हुआ, जबकि Apollo Hospitals ने 70.15 अंकों की बढ़त हासिल की। दूसरी ओर, Asian Paints और Divis Laboratories में क्रमशः 29.50 और 77.90 अंकों की गिरावट आई।
Bajaj Auto ने भी ₹397.25 की बढ़त दर्ज की, जो निवेशकों के लिए एक अच्छा संकेत है। इसी तरह, HDFC Bank और Bharti Airtel के शेयरों में भी सकारात्मक वृद्धि देखी गई।
निष्कर्ष
सितंबर 2024 में भारतीय शेयर बाजार की स्थिति संतुलित रही। हालांकि, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई, लेकिन अधिकांश ने बाजार की चुनौतियों का सामना करते हुए सकारात्मक रुख बनाए रखा। विदेशी मुद्रा बाजार में भी मामूली बदलाव हुए, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता का संकेत मिला। SEBI की रिपोर्ट से futures and options traders के लिए चिंताजनक स्थिति सामने आई, जबकि EV और NBFC क्षेत्रों में सकारात्मक विकास दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बाजार की स्थिति कैसी रहती है और कौन से सेक्टर निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।