lawrence bishnoi biography.भारतीय गैंगस्टर के रूप में कुख्यात, का जन्म 12 फरवरी, 1993 को पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुआ था। उसने अपने जीवन में अपराध की दुनिया में बहुत ऊंचाईयां छुईं और हत्या, फिरौती, और जबरन वसूली जैसी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने के कारण सुर्खियां बटोरीं।
उसके खिलाफ दो दर्जन से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या और हत्या की कोशिश भी शामिल हैं। हालांकि, वह हमेशा से इन आरोपों से इंकार करता आया है।
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लॉरेंस बिश्नोई: एक खतरनाक गैंगस्टर की कहानी
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। उनके पिता पुलिस में कांस्टेबल थे, लेकिन बाद में उन्होंने खेती को अपना लिया। बिश्नोई की प्रारंभिक शिक्षा अबोहर में हुई और इसके बाद वह चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए चले गए।
यहां से उनकी जिंदगी ने एक अलग मोड़ लिया। कॉलेज के दिनों में, वह छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए और धीरे-धीरे अपराध की दुनिया से जुड़े लोगों के संपर्क में आए।
इस दौरान उनकी मुलाकात गोल्डी बरार जैसे अपराधियों से हुई, जिनसे मिलकर उनकी आपराधिक गतिविधियां तेज हो गईं। 2013 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री हासिल की, लेकिन उनकी आपराधिक गतिविधियां इसी दौरान बढ़ने लगी थीं।
आपराधिक गतिविधियां
लॉरेंस बिश्नोई का आपराधिक करियर चंडीगढ़ से शुरू हुआ। कॉलेज के समय से ही वह गंभीर अपराधों में लिप्त हो गए थे। उनके खिलाफ हत्या के प्रयास और डकैती जैसे गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हुए। लेकिन शिक्षा पूरी करने के बाद उनके आपराधिक कारनामों ने और गंभीर रूप धारण कर लिया।
वह न केवल राजनैतिक दुश्मनों की हत्याओं में लिप्त रहे, बल्कि शराब माफिया और हथियारों की तस्करी जैसे गैरकानूनी धंधों में भी उनका हाथ था।
धीरे-धीरे उनकी गैंग फैलती गई, जिसमें लगभग 700 सदस्य शामिल थे। उनकी आपराधिक गतिविधियां पांच राज्यों तक फैल गईं और उनके विदेशी संगठनों से भी संबंध होने की खबरें सामने आईं।
हाई-प्रोफाइल अपराध
लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं के आरोप हैं। इनमें से एक बड़ी घटना पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या है, जो मई 2022 में हुई थी।
बिश्नोई पर आरोप है कि उसने जेल से ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया। जेल में रहते हुए भी वह अपने गिरोह के सदस्यों के साथ लगातार संपर्क में था और आपराधिक गतिविधियों को संचालित कर रहा था।
इसके अलावा, वह महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में भी शामिल बताया गया है, जिससे उसकी गैंग की गतिविधियों पर जांच एजेंसियों की निगरानी और बढ़ गई।
सेलिब्रिटी को धमकी
लॉरेंस बिश्नोई की सबसे चर्चित दुश्मनी बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के साथ है। यह दुश्मनी 1998 में हुए काले हिरण शिकार मामले से जुड़ी हुई है। काला हिरण बिश्नोई समुदाय के लिए पवित्र माना जाता है, और सलमान खान पर आरोप था कि उन्होंने इसकी हत्या की थी।
इसी कारण से बिश्नोई और उसके गैंग ने सलमान खान को मारने की धमकी दी है। 2018 में, बिश्नोई के एक करीबी सहयोगी ने सलमान खान के घर की रेकी भी की थी, जिससे पता चलता है कि उनकी हत्या की योजना बनाई गई थी।
बिश्नोई ने जेल में रहते हुए भी कई बार खुलेआम सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी है। उसका कहना है कि यह कदम उसके समुदाय की मान्यता और उसके धर्म के प्रति सम्मान के लिए है।
हाल ही में, सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की घटना में भी बिश्नोई के गैंग का हाथ बताया गया। इस घटना ने सेलिब्रिटी की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी और सलमान खान की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
वर्तमान स्थिति
लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात के साबरमती जेल में बंद है, लेकिन जेल में रहते हुए भी वह अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करता है।
वह जेल के अंदर से ही अपने गैंग के सदस्यों से संपर्क में रहता है और अपने निर्देशों का पालन करवाता है। उसकी गतिविधियों ने नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों का ध्यान आकर्षित किया है।
उसकी गैंग के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है, और उसके खालिस्तानी संगठनों से भी संबंध होने की जांच की जा रही है।
काले हिरण शिकार मामले से संबंध
सलमान खान और बिश्नोई समुदाय के बीच की दुश्मनी की जड़ें 1998 में हुए काले हिरण शिकार मामले से जुड़ी हैं। इस घटना में सलमान खान पर आरोप था कि उन्होंने राजस्थान में “हम साथ-साथ हैं” फिल्म की शूटिंग के दौरान दो काले हिरणों का शिकार किया था।
बिश्नोई समुदाय के लिए यह एक बड़ा अपराध था, क्योंकि उनके धर्म में काला हिरण पवित्र माना जाता है। यही कारण था कि बिश्नोई और उसका गैंग सलमान खान के खिलाफ आक्रामक हो गया।
बिश्नोई ने जेल में रहते हुए भी सलमान खान को मारने की धमकी दी है, और यह धमकी उसके व्यक्तिगत आक्रोश और समुदाय की मान्यताओं से जुड़ी है।
2018 में, बिश्नोई के एक सहयोगी ने सलमान खान के घर की रेकी की थी, ताकि उनकी हत्या की योजना बनाई जा सके। हालांकि, पुलिस ने समय रहते इसे विफल कर दिया। इसके बाद से बिश्नोई और उसकी गैंग ने सलमान खान को मारने की धमकी कई बार दी है।
सामुदायिक भावना और राजनीतिक प्रभाव
काले हिरण शिकार मामला बिश्नोई समुदाय के लिए आज भी एक बड़ा मुद्दा है। इस घटना के बाद से सलमान खान और बिश्नोई समुदाय के बीच की दुश्मनी बढ़ती गई है।
बिश्नोई की धमकियों ने सलमान खान की सुरक्षा को लेकर राजनीति और समाज में चर्चा को जन्म दिया है। कई राजनेताओं और सामाजिक नेताओं ने सलमान खान से बिश्नोई समुदाय से माफी मांगने की अपील की है, ताकि यह विवाद सुलझ सके।
निष्कर्ष
लॉरेंस बिश्नोई का जीवन एक साधारण छात्र से लेकर खतरनाक गैंगस्टर बनने तक की कहानी है। उसने छात्र राजनीति से अपराध की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे एक खतरनाक गिरोह का सरगना बन गया।
उसकी गतिविधियों ने न केवल भारतीय कानून व्यवस्था को चुनौती दी, बल्कि उसने सामुदायिक और सांस्कृतिक मान्यताओं को भी हिंसा का जरिया बना लिया।
सलमान खान के खिलाफ उसकी दुश्मनी ने उसकी खतरनाक छवि को और मजबूत किया है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए बिश्नोई जैसे अपराधियों से निपटना एक बड़ी चुनौती है, और उसकी कहानी अपराध और राजनीति के घालमेल की एक जटिल तस्वीर पेश करती है।