Harris-Trump Debate: 7 Zor Daar Demands – ‘Kam Drama, Zyada Policy’!
अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प की बहस में ‘ड्रामा कम, नीतियों पर फोकस’ की मांग कर रहे हैं मतदाता
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की आखिरी बहस के दौरान जो बाइडन और उनके प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रम्प ने एक-दूसरे पर तीखे हमले किए थे, जिससे 2024 के चुनावी अभियान में हलचल मच गई थी। बाइडन की परफॉर्मेंस इतनी कमजोर रही कि उन्हें रेस से बाहर होना पड़ा। अब उनकी जगह डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनीं कमला हैरिस, मंगलवार 10 सितंबर (21:00 स्थानीय समय; 01:00 GMT बुधवार) को दूसरी बहस में ट्रम्प का सामना करेंगी।
इस बार मतदाताओं की मांग साफ है: उन्हें नीतियों पर चर्चा चाहिए, न कि राजनीतिक झगड़े।
बीबीसी ने विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं के मतदाताओं से बात की। अधिकांश मतदाताओं का कहना है कि वे इस बार बहस में नीतियों की बात सुनना चाहते हैं।
मतदाता की राय:
रेपब्लिकन मतदाता: यूटा में जन्मे एक रिपब्लिकन, जिन्होंने 2020 में बाइडन को वोट दिया था, अब ट्रम्प के समर्थन में हैं। उनका कहना है कि ट्रम्प के जोर-शोर वाले रवैये के बावजूद वे देखना चाहते हैं कि हैरिस बिना किसी टेलीप्रॉम्प्टर की मदद के कैसे सवालों का सामना करती हैं।
स्वतंत्र मतदाता, पेनसिल्वेनिया: पिछले चुनाव में बाइडन को समर्थन देने वाली ये मतदाता इस बार किसी थर्ड पार्टी को वोट देने की योजना बना रही हैं। उनका कहना है कि बहसें केवल जोर-जोर से बोलने और हेडलाइन में जगह बनाने वाले वन-लाइनर के बारे में होती हैं। वे देखना चाहती हैं कि कोई उम्मीदवार यथार्थवादी होकर मंच पर अपनी नीतियों पर बात करे।
कमला हैरिस के समर्थक: हैरिस के समर्थन में रहने वाले एक मतदाता का मानना है कि वे एक मजबूत बहसकर्ता हैं और ट्रम्प के सामने एक ताकतवर प्रतिद्वंदी के रूप में खड़ी होंगी। उनका कहना है कि हैरिस को ट्रम्प के स्तर पर नहीं उतरना चाहिए और सकारात्मक संदेश बनाए रखना चाहिए।
ट्रम्प समर्थक: 2016 और 2020 में ट्रम्प को वोट देने वाली एक महिला मतदाता का कहना है कि वह बहस को नौकरी के इंटरव्यू की तरह देखती हैं। उन्हें ट्रम्प के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था बेहतर लगती थी और वे जानना चाहती हैं कि हैरिस की नीतियां क्या हैं।
इस बहस से साफ है कि मतदाता चाहते हैं कि दोनों उम्मीदवार अपनी नीतियों को सामने रखें और व्यक्तिगत हमलों से दूर रहें।स्वतंत्र मतदाता:
ट्रम्प को 2020 में वोट देने वाले स्वतंत्र मतदाता: इस बार अनिर्णय की स्थिति में हैं। उनका कहना है कि वे कमला हैरिस को बहस में देखने के लिए उत्साहित हैं और खुश हैं कि इस बार बहस के दौरान माइक को म्यूट किया जाएगा ताकि उम्मीदवार एक-दूसरे की बात न काट सकें। उनका मानना है कि पिछले कुछ डिबेट्स में उम्मीदवारों ने एक-दूसरे पर व्यक्तिगत हमले किए, सवालों के जवाब देने के बजाय खुद को बचाने की कोशिश की। वे चाहते हैं कि इस बार मुद्दों पर ध्यान दिया जाए, न कि व्यक्तिगत आलोचनाओं पर।
डेमोक्रेट मतदाता:
बाइडन के हटने पर खुशी जताने वाले डेमोक्रेट: ये मतदाता बाइडन के नाम वापस लेने के फैसले से खुश हैं और मानते हैं कि उनकी पार्टी के पास अब ट्रम्प को हराने का बेहतर मौका है। उनका कहना है कि बाइडन का डिबेट प्रदर्शन निराशाजनक था, इसलिए वे हैरिस से ज्यादा उम्मीदें लगाए बैठे हैं। उनका मानना है कि हैरिस को जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण नीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखनी चाहिए।
हालांकि, उनका यह भी कहना है कि उन्हें ट्रम्प के खिलाफ किसी को भी वोट देने में कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि वे ट्रम्प की नीतियों के विरोध में हैं। उनका कहना है कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे ट्रम्प को वोट नहीं देंगे, भले ही उन्हें हैरिस की नीतियों से असहमति क्यों न हो।
यह सब दिखाता है कि मतदाताओं की प्राथमिकता नीतियों और मुद्दों पर केंद्रित बहस है, जिसमें व्यक्तिगत हमलों के लिए कोई जगह नहीं है।अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प की बहस में मतदाता चाहते हैं ‘ड्रामा कम, नीतियों पर फोकस’
मुख्य बिंदु:
पृष्ठभूमि:
2024 के चुनावी अभियान में पिछली बहस के दौरान जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रम्प ने तीखे हमले किए थे, जिससे बाइडन को रेस से बाहर होना पड़ा।
बाइडन की जगह अब डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस, 10 सितंबर को दूसरी बहस में ट्रम्प का सामना करेंगी।
मतदाता इस बार एक सार्थक बहस चाहते हैं जिसमें नीतियों पर चर्चा हो, न कि राजनीतिक झगड़े।
रेपब्लिकन मतदाता:
यूटा में जन्मे, जिन्होंने 2020 में बाइडन को वोट दिया था, अब ट्रम्प के समर्थन में हैं।
ट्रम्प के जोर-शोर वाले रवैये के बावजूद, वे हैरिस को बिना टेलीप्रॉम्प्टर के सवालों का सामना करते देखना चाहते हैं।
उम्मीद है कि ट्रम्प अपने आक्रामक रवैये को कम करेंगे और नीतियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
स्वतंत्र मतदाता (पेनसिल्वेनिया):
पिछले चुनाव में बाइडन को समर्थन देने वाली, इस बार थर्ड पार्टी या लिखित उम्मीदवार को वोट देने की योजना बना रही हैं।
बहसें केवल जोर-जोर से बोलने और हेडलाइन बनाने वाले वन-लाइनर के बारे में होती हैं; नीतिगत चर्चा की कमी महसूस होती है।
वे चाहती हैं कि कोई उम्मीदवार वास्तविक नीतियों के बारे में बात करे और बेकार के वाद-विवाद से बचे।
कमला हैरिस के समर्थक:
हैरिस को एक सक्षम बहसकर्ता मानते हैं और उन्हें ट्रम्प के सामने एक ताकतवर प्रतिद्वंदी के रूप में देखने के लिए उत्साहित हैं।
वे चाहती हैं कि हैरिस ट्रम्प के स्तर पर न उतरें और सकारात्मक संदेश को बनाए रखें।
ट्रम्प समर्थक मतदाता:
2016 और 2020 में ट्रम्प को वोट देने वाली, जो इस बार भी उन्हें समर्थन देने की योजना बना रही हैं।
उनका मानना है कि अर्थव्यवस्था ट्रम्प के कार्यकाल में बेहतर थी और वे हैरिस की नीतियों को जानना चाहती हैं।
वे चाहती हैं कि बहस एक नौकरी के इंटरव्यू की तरह हो, जिसमें उम्मीदवार अपनी नीतियों को स्पष्ट रूप से सामने रखें।
स्वतंत्र मतदाता (ट्रम्प को 2020 में वोट देने वाले):
इस बार अनिर्णय की स्थिति में हैं, पर कमला हैरिस के मंच पर आने से खुश हैं।
माइक के म्यूट रहने से उम्मीद करते हैं कि उम्मीदवार एक-दूसरे को नहीं काटेंगे और व्यक्तिगत हमले करने से बचेंगे।
वे चाहते हैं कि उम्मीदवार सवालों के सीधे जवाब दें, बजाय एक-दूसरे की आलोचना करने के।
डेमोक्रेट मतदाता:
बाइडन के हटने के फैसले से खुश हैं, और मानते हैं कि हैरिस के पास ट्रम्प को हराने का बेहतर मौका है।
बाइडन की पिछली बहस की परफॉर्मेंस से निराश होने के कारण हैरिस से ज्यादा उम्मीदें हैं।
जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण नीति उनके लिए महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर वे हैरिस की राय जानना चाहते हैं।
वे ट्रम्प के खिलाफ किसी को भी वोट देने को तैयार हैं, क्योंकि वे ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ हैं।
निष्कर्ष: मतदाताओं की प्राथमिकता एक गंभीर और नीतियों पर केंद्रित बहस है, जिसमें व्यक्तिगत हमलों और राजनीतिक नाटकों के लिए कोई जगह नहीं है। वे चाहते हैं कि उम्मीदवार महत्वपूर्ण मुद्दों पर सार्थक चर्चा करें और जनता के सवालों के सीधे जवाब दें।
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