salman khan cases
\salman khan cases.महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के करीबी बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद बिश्नोई समुदाय से जुड़े मुद्दे एक बार फिर सुर्खियों में हैं। बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने सार्वजनिक रूप से सलमान खान से अपील की है कि वे बिश्नोई समुदाय से माफी मांगें। इस अनुरोध की जड़ें दो दशक पुराने एक मामले से जुड़ी हैं जब सलमान खान को काला हिरण मारने के आरोप में दोषी ठहराया गया था। काला हिरण बिश्नोई समुदाय के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, और इस घटना से समुदाय में सलमान खान के खिलाफ गहरी नाराजगी रही है।
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यादव ने सोशल मीडिया पर बयान देते हुए कहा, “तुमने उसे शिकार किया, पकाया, और खा लिया… तुम्हें बिश्नोई समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए अपनी बड़ी गलती के लिए उनसे माफी मांगनी चाहिए।” यह बयान तब आया जब लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए सलमान खान से उनके संबंधों को हत्या का मुख्य कारण बताया। इसके बाद सलमान खान की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं, क्योंकि बिश्नोई गिरोह से लगातार उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और सलमान खान के करीबी बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सलमान खान को मांगी गई माफी, बिश्नोई समुदाय और काला हिरण मामले से जुड़ी पुरानी दुश्मनी का नया अध्याय
मामले का संदर्भ और नई घटना:
पुलिस ने सिद्दीकी की हत्या से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया है और इसके पीछे के गहरे कारणों की जांच कर रही है, जिसमें सिद्दीकी और मुंबई के संगठित अपराध से जुड़े पुराने विवाद शामिल हो सकते हैं। यह घटना सलमान खान और बिश्नोई समुदाय के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी को एक बार फिर सतह पर ले आई है।
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बिश्नोई गिरोह और सलमान खान के बीच दुश्मनी के मुख्य कारण:
बिश्नोई समुदाय और सलमान खान के बीच दुश्मनी की जड़ें 1998 में हुए एक काला हिरण शिकार मामले से जुड़ी हैं। इस घटना के बाद लॉरेंस बिश्नोई, जो तब केवल पांच साल के थे, ने कसम खाई थी कि वे इस अपमान का बदला लेंगे। आइए जानें इस दुश्मनी के पीछे के मुख्य कारण:
ऐतिहासिक संदर्भ:
काला हिरण शिकार कांड: 1998 में राजस्थान में फिल्म की शूटिंग के दौरान सलमान खान पर दो काला हिरणों को मारने का आरोप लगा। यह मामला बिश्नोई समुदाय की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ था, जो काला हिरण को पवित्र मानते हैं। इस घटना से बिश्नोई समुदाय में गहरी नाराजगी पैदा हुई।
व्यक्तिगत बदला:
लॉरेंस बिश्नोई का व्यक्तिगत बदला: लॉरेंस बिश्नोई ने 2018 से ही सलमान खान के खिलाफ कई बार सार्वजनिक रूप से धमकियाँ दी हैं। उन्होंने एक अदालत में भी कहा था कि “सलमान खान की हत्या जोधपुर में होगी।” यह व्यक्तिगत दुश्मनी वर्षों से बढ़ती चली आ रही है, और अब इसे हिंसक धमकियों के रूप में देखा जा सकता है।
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संगठित अपराध और बिश्नोई गिरोह की भूमिका:
गिरोह की आपराधिक गतिविधियाँ: बिश्नोई गिरोह का नाम कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं और आपराधिक गतिविधियों में आता रहा है, जिनमें पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी शामिल है। सलमान खान और उनके करीबी लोगों पर हमले करना गिरोह की एक रणनीति है, जिसका उद्देश्य बॉलीवुड और अन्य क्षेत्रों में दबदबा बनाना है।
हालिया घटनाएँ:
बाबा सिद्दीकी की हत्या: सलमान खान के करीबी माने जाने वाले बाबा सिद्दीकी की हाल ही में हत्या ने इस दुश्मनी को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। सोशल मीडिया पर बिश्नोई गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए चेतावनी दी है कि जो भी सलमान खान का साथ देगा, उसे भी ऐसी ही सजा मिलेगी। यह संकेत देता है कि अब यह दुश्मनी केवल सलमान खान तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनके करीबियों तक भी फैल गई है।
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सलमान खान से माफी की मांग:
लॉरेंस बिश्नोई का मानना है कि इस मामले का समाधान सलमान खान द्वारा बिश्नोई समुदाय से सार्वजनिक माफी मांगने से ही हो सकता है। उनका कहना है कि यह माफी किसी आर्थिक हर्जाने की बजाय सांस्कृतिक और भावनात्मक मुद्दों को हल करने के लिए आवश्यक है। यह दुश्मनी न केवल आपराधिक है, बल्कि सांस्कृतिक स्तर पर भी इसे देखा जा रहा है, जो बिश्नोई समुदाय की धार्मिक भावनाओं से जुड़ी है।
काला हिरण शिकार मामला कैसे बढ़ा और लंबी दुश्मनी में तब्दील हुआ:
1998 में सलमान खान द्वारा काला हिरण शिकार का मामला अब एक लंबी दुश्मनी का रूप ले चुका है, जिसमें सांस्कृतिक महत्व, व्यक्तिगत बदला और लगातार धमकियों का मिश्रण है। आइए इस दुश्मनी के पीछे के प्रमुख कारणों को समझें:
सांस्कृतिक महत्व:
बिश्नोई समुदाय के लिए काला हिरण एक पवित्र जानवर है, और इसे मारना उनके धर्म और संस्कृति का गंभीर अपमान माना जाता है। जब सलमान खान पर 1998 में दो काला हिरण मारने का आरोप लगा, तो यह समुदाय के लिए एक बड़ी आघात की तरह था। इस घटना ने उनके बीच एक गहरे आक्रोश को जन्म दिया, जो अब तक जारी है।
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कानूनी परिणाम:
सलमान खान को 2006 में इस मामले में दोषी ठहराया गया और उन्हें पाँच साल की सजा सुनाई गई। हालांकि उन्हें बाद में जमानत मिल गई, लेकिन इस सजा ने बिश्नोई समुदाय के साथ उनकी दुश्मनी को और गहरा कर दिया। लॉरेंस बिश्नोई, जो उस समय केवल पाँच साल के थे, ने बाद में इस घटना को अपने समुदाय का अपमान मानते हुए बदला लेने की कसम खाई।
व्यक्तिगत बदला:
लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान के खिलाफ एक व्यक्तिगत लड़ाई की शुरुआत की। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कई बार धमकियाँ दीं और यह बताया कि सलमान खान की हत्या उनके जीवन का लक्ष्य बन चुका है। वर्षों से यह धमकियाँ केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि हिंसक घटनाओं में भी तब्दील हो गईं, जैसे कि अप्रैल 2024 में सलमान खान के अपार्टमेंट पर गोलीबारी की घटना।
धमकियों का बढ़ना:
बिश्नोई गिरोह की तरफ से लगातार धमकियाँ मिलती रहीं, और यह दुश्मनी केवल शब्दों तक सीमित नहीं रही। अप्रैल 2024 में सलमान खान के अपार्टमेंट पर गोलियाँ चलाई गईं, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि बिश्नोई गिरोह इस दुश्मनी को और अधिक हिंसक रूप दे रहा है। बाबा सिद्दीकी की हालिया हत्या इस संघर्ष की गंभीरता को और बढ़ाती है, और यह बताती है कि अब यह लड़ाई सलमान खान के करीबियों तक भी फैल गई है।
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माफी की मांग:
लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान से सार्वजनिक माफी की मांग की है, ताकि बिश्नोई समुदाय की धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं का सम्मान किया जा सके। यह मांग सिर्फ कानूनी नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष:
काला हिरण शिकार मामले ने सलमान खान और बिश्नोई समुदाय के बीच एक जटिल और लंबी दुश्मनी को जन्म दिया है। यह दुश्मनी न केवल व्यक्तिगत बदले से जुड़ी है, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं से भी गहरी जुड़ी हुई है। लॉरेंस बिश्नोई और उनके गिरोह द्वारा दी गई धमकियाँ अब केवल सलमान खान तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि उनके करीबियों को भी निशाना बना रही हैं।
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