Israel–Iran conflict|1 अक्टूबर की रात, 180 मिसाइलें दागी गईं
Israel–Iran conflict.1 अक्टूबर की रात, इज़राइल का आसमान कुछ अलग ही नजारा पेश कर रहा था। ये कोई fireworks नहीं थे, बल्कि मिसाइलें थीं। ईरान द्वारा इज़राइल की ओर 180 से अधिक ballistic missiles भेजे गए थे।
यह हमला ईरान के सर्वोच्च नेता, Ayatollah Ali Khamenei द्वारा सीधे आदेशित था। ईरान की सेना का हिस्सा IRGC (Islamic Revolutionary Guard Corps) ने दावा किया कि 90% से अधिक मिसाइलें अपने लक्ष्य तक पहुंची।
Israel–Iran conflict|1 अक्टूबर की रात, 180 मिसाइलें दागी गईं
हालांकि, इज़राइल का दावा है कि इन मिसाइलों का अधिकांश हिस्सा उनके air defence system द्वारा intercept कर लिया गया। लेकिन फिर भी, कई स्थानों पर हुए विनाश के प्रमाण चित्रों में देखे जा सकते हैं।
उदाहरण के लिए, Mossad के मुख्यालय के बाहर एक 30 फीट गहरा गड्ढा देखा गया। इज़राइल के दक्षिणी इलाके Negev Desert में स्थित एक बड़े सैन्य अड्डे को भी निशाना बनाया गया। हालांकि, इज़राइल का कहना है कि इस हमले में उन्हें “न्यूनतम” क्षति हुई है, फिर भी इज़राइल के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu ने कहा कि वे इस हमले का बदला लेंगे।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि ईरान इस युद्ध में कैसे शामिल हो गया? यह युद्ध पिछले साल शुरू हुआ था जब Hamas ने इज़राइल पर हमला किया था, और अब यह युद्ध कई देशों में फैल गया है।
Israel–Iran conflict|1 अक्टूबर की रात, 180 मिसाइलें दागी गईं
ईरान का शामिल होना और क्षेत्रीय विस्तार
इज़राइल केवल फिलिस्तीन पर ही नहीं, बल्कि Lebanon पर भी हमला कर रहा है। कई paramilitary groups और आतंकवादी संगठनों जैसे Hamas, Hezbollah और Houthis ने इस युद्ध में भाग लिया है। अब एक शक्तिशाली देश जैसे ईरान सीधे इसमें शामिल हो गया है।
ईरान का यह हमला विश्व युद्ध 3 (World War 3) की घोषणा के रूप में नहीं देखा जा सकता है, क्योंकि यह पहला मौका नहीं है जब ईरान ने इस साल इज़राइल पर हमला किया हो।
इज़राइल के defense system की बात करें तो, इस बार भी कई देशों ने उसकी मदद की। अमेरिका, ब्रिटेन और Jordan ने इज़राइल के defense में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। Iron Dome, David Sling, और Arrow System जैसे anti-missile systems ने मिसाइलों को निष्प्रभावी किया।
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ईरान के आधुनिक मिसाइल
इस हमले में कुछ अत्याधुनिक मिसाइलों का भी उपयोग किया गया, जिनमें से एक Fateh मिसाइल थी, जो 2023 में विकसित की गई थी। यह पहली बार था जब इसे इस प्रकार से इस्तेमाल किया गया। ईरान की सबसे लंबी दूरी की मिसाइलों में से एक Shahab-3 है, जिसकी रेंज 2,000 किलोमीटर से भी अधिक है।
हथियार उद्योग और उसके प्रभाव
हथियारों के निर्माता (Weapons Mafia) का मानना है कि अगर युद्ध नहीं होंगे तो उनके हथियार कौन खरीदेगा? ऐसे में यह स्पष्ट है कि हथियार उद्योग की भी इसमें बड़ी भूमिका है।
Israel–Iran conflict|1 अक्टूबर की रात, 180 मिसाइलें दागी गईं
समाधान और शांति की दिशा में
इज़राइल और ईरान के बीच लगातार चल रहे संघर्ष के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के महासचिव António Guterres ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है। भारतीय सरकार ने भी इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए dialogue and diplomacy की जरूरत पर जोर दिया है।
यह समाचार आपको यह समझाने के लिए था कि किस तरह ईरान और इज़राइल के बीच यह संघर्ष बढ़ रहा है और इसके नतीजे क्या हो सकते हैं।
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